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आडवाणी जी का जोड़ नहीं, भाजपा का कोई तोड़ नहीं
ऊपर के चित्र में एक स्लोगन लिखा हैः जन-जन का अटल विश्वास, आडवाणी जी से बड़ी है आस। प्रत्येक भारतवासी आडवाणी जी पर भरोसा करता है। अटल जी भी करते थे। ठीक वैसे जैसे राम जी लक्ष्मण और हनुमान पर करते थे। मेरा मानना है कि अटल जी के राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि यह थी कि उन्हें आडवाणी जी जैसा साथी मिला। राजनीति में ऐसे लोग नहीं मिलते हैं। लालू प्रसाद के पास एक ऐसा भरोसे लायक व्यक्ति नहीं था जिसे कि वह मुख्यमंत्री बना देते। अपनी पत्नी को राजनीति में लाना पड़ा। कुछ-कुछ ऐसे ही हालात में सोनिया गांधी को एक गैर राजनीतिक व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनाना पड़ा। लेकिन आडवाणी जी पर पूरा देश भरोसा करता है। और यह कोई ऐसा-वैसा भरोसा नहीं है। अटल भरोसा है। जाहिर तौर पर ऐसे भरोसे से कुछ उम्मीदें भी जगती हैं। आइए देखते हैं कि इस भरोसे की वहज क्या है और आडवाणी जी से कौन-कौन सी उम्मीदें हैं-